बीएस-6 मानक की गाड़ियों के आने से यहां लोगों को हर साल 15 करोड़ रुपये की होगी बचत

बीएस-6 मानक की गाड़ियों के आने से यहां लोगों को हर साल 15 करोड़ रुपये की होगी बचत


बीएस-6 इंजन की गाड़ियों के आने के बाद भागलपुर के लोगों की हर साल 15 करोड़ रुपये की बचत होगी। इसके साथ प्रदूषण व जाम की समस्या से जूझ रहे लोगों की मुश्किलें भी कुछ कम होंगी। कई बदलाव के साथ गाड़ी बाजार में दिख रही है। 


लोगों का मानना है कि इसमें जीपीएस के माध्यम से गाड़ी कहां है व कितनी स्पीड में चल रही है, इसकी जानकारी मिलती है। ब्लूटूथ से कनेक्ट होने के कारण गाड़ी की स्क्रीन पर किसका फोन आ रहा है, वह भी पता कर सकते हैं। इसमें दोनों ब्रेक अब एक साथ काम करेगा। इससे सड़क दुर्घटना पर भी नियंत्रण पाने की संभावना है।  
 
भागलपुर में डेढ़ लाख से अधिक बाइक दौड़ती है सड़कों पर 
भागलपुर जिले में डेढ़ लाख से अधिक बाइक सड़कों पर दौड़ती है। सबसे अधिक जाम के कारण यहां के लोगों का इंधन खपत होता है। औसतन एक लोग माह में 10 लीटर इंधन की खपत करते हैं। जाम के कारण दो लीटर इंधन (पेट्रोल) उनका बर्बाद होता है। इस तरह एक आदमी साल में 120 लीटर इंधन खर्च कर रहा है। 


 सीए प्रदीप कुमार झुनझुनवाला ने बताया कि भागलपुर में डेढ़ लाख बाइक चालकों की 36 लाख लीटर पेट्रोल जाम में बर्बाद हो रहा है। इस कारण लगभग 30 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार यहां के लोगों को उठाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि नयी बीएस (भारत स्टेज) 6 गाड़ी की कीमत अधिक होने के बावजूद यहां के लोगों का लगभग 15 करोड़ रुपये बचेगा। 


सालाना 30 हजार बिकती है बाइक
भागलपुर में सालाना 30 से 35 हजार बाइक बिकती है। परिवहन विभाग के आंकड़े के मुताबिक अप्रैल से लेकर जनवरी तक 25, 162 मोटरसाइकिल का निबंधन किया जा चुका है। प्रत्येक साल 30 से 35 हजार गाड़ियों का निबंधन होता है। 


एक बाइक कंपनी के जनरल मैनेजर अभिषेक मिश्रा ने बताया कि भागलपुर में जिस तरह जाम में लोगों का पेट्रोल खपत हो रहा है, वैसी स्थिति में बीएस 6 गाड़ियां काफी लाभदायक है। बीएस-4 की तुलना में बीएस 6 गाड़ियों की कीमत में छह से सात हजार रुपये अधिक है, लेकिन इसमें कई खूबियां हैं जो लोगों को आकर्षित कर रहा है। जाम में जब गाड़ी खड़ी होगी तो सेंसर के कारण इंजन में कम तेल जायेगा। साथ ही बीएस-6 गाड़ियों में हवा में प्रदूषण के कण 0.05 से घटकर 0.01 रह जाएंगे। इससे वातावरण साफ रहेगा। बीएस-6 इंजन से लैस गाड़ियों के कारण प्रदूषण 75 फीसदी तक कम होगा।  


अभिषेक ने बताया कि एक अप्रैल से सिर्फ बीएस-6 मानक वाली ही गाड़ियां बिकेंगी, लेकिन पहले से ही जो लोग बीएस-4 गाड़ियां चला रहे हैं, उन्हें हटाया या बंद नहीं किया जाएगा। सिर्फ नई गाड़ियां ही बेची जाएंगी। भागलपुर में अभी भी 10 हजार बीएस-4 गाड़ियां बाजार में उपलब्ध हैं। दाम अधिक होने के कारण बीएस 6 गाड़ियां 20 से 25 हजार के आसपास बिकने की संभावना है।  


 माइलेज पर पड़ेगा असर
बीएस-6 इंजन से लैस नई गाड़ियों की माइलेज पर भी असर पड़ेगा। अभिषेक ने बताया कि माइलेज को लेकर कोई भी वाहन कंपनी अब झूठा दावा भी नहीं कर सकेगी, क्योंकि नियम लागू होने पर कंपनियों को इसका पालन करना होगा। 


15 से 20 प्रतिशत पेट्रोल की कम होगी ब्रिकी
एक पेट्रोल पंप के मैनेजर मदन गोस्वामी ने बताया कि बीएस 6 बाइक आने के बाद पेट्रोल की बिक्री पर 15 से 20 प्रतिशत की गिरावट आयेगी। इस बाइक के कारण इंधन कम खर्च होगा। अभी लगभग ड़ेढ़ लाख मोटरसाइकिल प्रतिदिन कुछ-न-कुछ पेट्रोल भरवाते हैं।